श्रवण कौशल

शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में श्रवण माध्यम का अत्यंत महत्त्व है। शिक्षण प्रक्रिया में विद्यार्थियों के सीखने के कई आयाम हैं जिनमें सुनना, बोलना, पढ़ना और लिखना मुख्य चरण हैं। विद्यार्थी में श्रवण कौशल का विकास करना शिक्षक की प्रमुख ज़िम्मेदारियों में से एक है। विद्यार्थियों को सुनने के लिए प्रेरित करना चाहिए जिसके लिए यह जरूरी है कि शिक्षक पाठ का आदर्श उच्चारण प्रस्तुत करे। आदर्श पाठ करते समय शिक्षक को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है ताकि वह शुद्ध उच्चारण के साथ विद्यार्थियों का ध्यान आकर्षित कर सके।


- निशा मिश्रा

हिन्दी शिक्षिका, कोलकाता

Nisha
नया रास्ता

वाचन : निशा मिश्रा 

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