
कबीरदास
साखी

गिरिधर कविराय
गिरिधर की कुंडलियाँ

रामधारी सिंह ‘दिनकर’
स्वर्ग बना सकते हैं

सोहनलाल द्विवेदी
वह जन्मभूमि मेरी

सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
मेघ आए

सूरदास
सूर के पद

तुलसीदास
विनय के पद

सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
भिक्षुक

शिवमंगल सिंह ‘सुमन’
चलना हमारा काम है

सुभद्रा कुमारी चौहान
मातृ मंदिर की ओर